Saturday, March 12, 2016

क्रिकेट में संखियिकी (statistics) का अनुप्रयोग -3

संखियिकी (statistics) का अनुप्रयोग
क्रिकेट में सांखियिकी का अनुप्रयोग बल्लेबाज, गेंदबाज, उद्घोषक क्रिकेट के दौरान और विश्लेषक खेल के दौरान और खेल के पश्चात् भी आंकड़ो को सहेज कर रखते है और ये आंकड़े सांखियिकी से सम्बंधित होते हैं. ये आंकड़े किसी खिलाड़ी के लिए उसके पुरे क्रिकेट करियर में साथ रहते हैं. क्रिकेट के विभिन्न प्रकार के लिए अलग – अलग आंकड़े जुटाए जाते हैं. टेस्ट मैच , एक दिवसीय , राज्य स्तरीय खेल के लिए अलग अलग आंकड़े की आवश्यकता होती है.

एक बल्लेबाज ने कितने मैच खेले , कितने इन्निंग्स में बल्लेबाजी की , कितनी बार नोट आउट रहा, कितने रन बनाये, एक इनिंग में सर्बाधिक कितने रन बने, कितने अर्ध शतक और कितने शतक बनाये ये सब आंकड़े एक बल्लेबाज के दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है. एक बल्लेबाज के लिए यह भी महत्वपूर्ण है की उसका बल्लेबाजी का औसत क्या है

औसत = कुल रन / इनिंग – नोट आउट
यह औसत दशमलब के दो अंको तक निकाला जाता है.

येही नहीं बल्लेबाज द्वारा प्रत्येक 100 बॉल पर बनाये रनों के औसत को क्रिकेट की भाषा में स्ट्राइक रेट कहते है . एक बल्लेबाज जिसका स्ट्राइक रेट अच्छा है उसके सम्बन्ध में ये कहा जाता है की वह तेजी से रन बना सकता है

स्ट्राइक रेट को भी दशमलव के बाद दो अंको तक निकाला जाता है
इसी तरह एक बॉलर भी आंकड़ो का बखूबी इस्तेमाल करता है. जैसे उसका स्ट्राइक रेट , बोलिंग औसत , मेडेन ओवर की संख्या, सर्वश्रेष्ठ बोलिंग , एक इनिंग में 5 विकेट की संख्या यह सब सांखियिकी का ही रूप है . एक बॉलर के लिए उसका इकॉनमी रेट काफी मायने रखता है.

इकोनोमी रेट = रन x 6 / बॉल

खेल में गणित की इतनी सारी ज्ञान की बात सुनकर मेरे मित्र अमित चन्दन की बिटिया शाम्भवी ने क्रिकेट में ग्राफ के उपयोग पर प्रकाश डालने का अनुरोध किया जिसे मैं ठुकरा नहीं पाया.
राजेश ठाकुर:- हाँ शाम्भवी बेटा, क्रिकेट में ग्राफ का प्रयोग अक्सर दोनों टीम के बीच के रनों की तुलना करने के लिए , वैगन व्हील ग्राफ का प्रयोग बल्लेबाजों द्वारा मैदान के चारो ओर लगाये रनों को दर्शाने के लिए किया जाता है , साथ ही बल्लेबाज के एक ओवर में बनाये रनों को दर्शाने के लिए भी हमें ग्राफ की जरुरत होती है.


(अगले अंक में जारी)

डॉ राजेश कुमार ठाकुर
09868060804











No comments:

Post a Comment