क्या आप जानते हैं ?
गणित
को आसान बनाने के लिए गणितीय चिन्हों का प्रयोग किया जाता रहा है पर जैसे- जैसे
गणितज्ञों को जरूरत महसूस होती गयी चिन्हों का विकास होना शुरू हो गया. गणित में
अगर प्रारंभिक चिन्हों कि बात करें तो योग (+) और घटा ( -) इनमे सबसे अधिक
लोकप्रिय है. यही बात गुणा (x) और
भाग के लिए भी सही बैठती है. अगर बात करें दुनिया कि सबसे पुरानी मौजूद पुस्तक की
तो – अहमस पेपिरस पुस्तक में योग और घटा के लिए जिस चिन्ह का प्रयोग किया गया है
वो आपको हैरान कर देगा.
यहाँ
आगे बढ़ने के लिए और पीछे चलने के लिए पैरों के निशान बने हुए हैं और मिस्र में जमा
और घटा के लिए ऐसे चिन्हों का प्रयोग होता था. अब बात करें आधुनिक चिन्हों में
इसके परिवर्तन कि तो कहानी बड़ी मजेदार है. योग के लिए (+) चिन्ह लैटिन शब्द Et से बना हुआ समझा जा सकता है जिसका अर्थ –
और है. यूरोप में लुका पचौली (Luca Pacioli) ने योग के लिए p के उपर एक निशान और घटा के लिए m के उपर एक रेखा
बनाकर अपना हित साधने की शुरुआत तो कि परन्तु जोहनस बिडमेन कि पुस्तक मरकेंटाइल अरिथमेटिका जो उन्होंने 1489 में
लिखी से इस चिन्ह कि लोकप्रियता बढ़नी शुरू हुई परन्तु रोबर्ट रेकॉर्डो ने 1557
में
लिखी अपनी पुस्तक द वेटस्टोन ऑफ़ विट के द्वारा इस चिन्ह को पुरे विश्व के लिए सबसे
पहले मान्य रूप में स्वीकृति दिलाने में सफलता प्राप्त की और आधुनिक गणित उनका ऋणी
है. अब बात करते हैं गुणा के चिन्ह की. गुणा का यह चिन्ह सेंट एंड्रू क्रॉस से
लिया गया है. इसका पहला जिक्र एडवर्ड राईट द्वारा नेपियर कि लघुगणक पुस्तक के
अंग्रेजी अनुवाद में दिखता है. जो 1618 में लिखी गयी परन्तु इस चिन्ह को विश्वपटल
तक पहुँचाने का काम विलियम आटरेड को जाता हैं जिन्होंने अपनी पुस्तक कैल्विस
मैथमेटिका में इस चिन्ह का जिक्र किया. उनकी पुस्तक प्रकाशित होने के बाद लिबनीज
को इस चिन्ह के प्रयोग पर आपत्ति जताई और उन्होंने विलियम आटरेड को इस सन्दर्भ में
एक पत्र लिखा कि इस चिन्ह को प्रयोग में नहीं लाया जाना चाहिए क्योंकि यह देखने
में x (अंग्रेजी अक्षर -एक्स) जैसा है और लोग
इसकी वजह से परेशान हो सकते हैं और मैं खुद गुणा के लिए डॉट (.) चिन्ह का प्रयोग
करता रहा हूँ. आज वेक्टर अलजेब्रा में अदिश गुणा के लिए इस चिन्ह का प्रयोग होता
रहा है.
चिन्हों
कि इस कहानी की समाप्ति इस अंक के लिए एक मजेदार कहानी से करते है. थॉमस हेरीएट ,
एक अमेरिकी खगोलविद थे जिन्होंने गैलेलियो से 4 महीने पूर्व अपने टेलिस्कोप कि मदद
से चाँद का चित्र सबसे पहले बनाया था. थॉमस एक लेखक और अनुवादक भी रहे. एक बार वो
उत्तरी अमेरिका में जमीन का सर्वेक्षण करने गये और वहां उन्होंने एक सज्जन को देखा
जिनके बांहों पर चिन्ह बना था. इस चिन्ह ने थोमस को काफी प्रभावित किया और इसे
उन्होंने से अधिक (>) और से कम (< ) के लिए इन चिन्हों का प्रयोग कर लिया.
पुस्तक बीजगणितीय समीकरण को हल करने के
लिए विश्लेषणात्मक तरीके ( (The
Analytical Arts Applied to Solving Algebraic Equation) जो उनके मरणोपरांत 1631 में प्रकाशित हुई में इन
चिन्हों का जिक्र किया है.
डॉ
राजेश कुमार ठाकुर
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